कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने देश में चल रहे टीकाकरण अभियान पर सवाल उठाये है. वे पिछले कुछ दिनों से टीकाकरण को लेकर सरकार की आलोचना कर रही हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि टीकों के लिए 35,000 करोड़ रुपये का बजट था उसका सारा पैसा कहां खर्च किया गया।
मई महीने में वैक्सीन उत्पादन क्षमता 8.5 करोड़ थी लेकिन उत्पादन केवल 7.94 करोड़ हुआ था। 6.1 मिलियन लोगों को टीका लगाया गया।
सरकार का दावा है कि जून में 12 करोड़ वैक्सीन डोज का उत्पादन किया जायेगा है, लेकिन वैक्सीन कंपनी की उत्पादन क्षमता एक महीने में 40 फीसदी कैसे बढ़ गई? 35000 करोड़ रुपए वैक्सीन बजट के कहाँ पर खर्च किए गए?
इससे पहले प्रियंका गांधी ने कहा था कि देश में औसतन 19 लाख लोगों को हर दिन टीका लगाया जा रहा है।
सरकार की ढीली नीति के कारण टीकाकरण कार्यक्रम बिच में लटक गया है। भारत के लोगों को उम्मीद थी कि उन्हें मुफ्त टीके मिलेंगे, लेकिन टीकाकरण केंद्रों पर ताला लगा हुआ है।
केवल 3.4 प्रतिशत को ही टीके की दो खुराक मिली है। केंद्र सरकार ने राज्यों को जिम्मेदारी सौंप दी। यदि सभी वयस्क भारतीयों को दिसंबर तक टीका लगाया जाना है, तो 70 से 80 लाख लोगों को प्रतिदिन टीकाकरण करने की आवश्यकता है।
प्रियंका गाँधी का सवाल “जिम्मेदार कौन”
प्रियंका गांधी हर दिन सरकार से ‘जिम्मेदार कौन‘ हैडलाइन से सवाल पूछ रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की विफल नीति के कारण टीके अलग-अलग कीमतों पर उपलब्ध हो रहे हैं।
केंद्र को 150 रुपये में जो वैक्सीन मिलती है वह राज्यों को 400 रुपये में और निजी अस्पतालों को 600 रुपये में मिल रही है, इस तरह का भेदभाव समझ में नहीं आता है।